फाइनल का निर्णायक पल: शशांक के छक्के भी नहीं बचा सके पंजाब को
नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में 3 जून 2025 का वह ऐतिहासिक पल जब जोश हेजलवुड ने आखिरी गेंद फेंकी और शशांक सिंह ने उसे छक्के मारकर 61* रन की शानदार पारी पूरी की। लेकिन यह पंजाब किंग्स के लिए पर्याप्त नहीं था। स्कोरबोर्ड पर PBKS 184/7 और RCB 190/9 के साथ 6 रन से जीतकर IPL इतिहास की आठवीं चैंपियन टीम बन गई 36। विराट कोहली मैदान पर घुटनों के बल गिरकर रो पड़े—17 साल, 4 फाइनल और 18वें सीज़न का सफर आखिरकार पूरा हुआ!
मैच का सारांश: कैसे जीती RCB?
पहलू | RCB | PBKS |
---|---|---|
स्कोर | 190/9 (20 ओवर) | 184/7 (20 ओवर) |
शीर्ष स्कोरर | कोहली (43), पाटीदार (26) | शशांक (61*), इंग्लिस (39) |
शीर्ष गेंदबाज | भुवनेश्वर (2/38), क्रुणाल (2/17) | जैमीसन (3/48), अर्शदीप (3/40) |
पावरप्ले | 55/1 | 52/1 |
निर्णायक ओवर | हेजलवुड का 20वां (29 रन बचाए) | भुवनेश्वर का 19वां (2 विकेट) |
पहली पारी: RCB का संघर्ष और कोहली की जिम्मेदारी
टॉस और शुरुआत: PBKS कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। RCB के लिए फिल साल्ट (16) और विराट कोहली ने शुरुआत की, लेकिन दूसरे ओवर में ही काइल जैमीसन ने साल्ट को कैच आउट कर दिया।
कोहली की 'स्लो ब्यूट क्रूशियल' पारी:
स्ट्राइक रेट: 122.85 (43 रन, 35 गेंद)।
मिडिल ओवर्स में स्ट्राइक रेट सिर्फ 109.61—यह KL राहुल और अजिंक्य रहाणे से भी कम ।
14.5 ओवर में आजमतुल्ला उमरजई की गेंद पर कैच आउट, जब वह अर्धशतक से सिर्फ 7 रन दूर थे।
मिडिल ऑर्डर का संघर्ष:
•कप्तान रजत पाटीदार (26) ने चहल को छक्का मारा, लेकिन जैमीसन के सामने एलबीडब्ल्यू हो गए।
•लियाम लिविंगस्टोन (25) और जितेश शर्मा (24) ने त्वरित रन जोड़े, लेकिन अर्शदीप सिंह ने आखिरी ओवर में 3 विकेट लेकर RCB को 190 तक सीमित कर दिया।
दूसरी पारी: पंजाब की शानदार शुरुआत और RCB की जबरदस्त वापसी
ओपनर्स ने बनाई मजबूत नींव:
•प्रियांश आर्या (24) और प्रभसिमरन सिंह (26) ने 43 रन की पार्टनरशिप से PBKS को बेहतरीन स्टार्ट दिया।
•फिल साल्ट का अद्भुत कैच: आर्या की पुल शॉट को सीमा रेखा के पास साल्ट ने कैच पकड़ा, गेंद को हवा में उछाला और वापस आकर पूरा किया—आईपीएल इतिहास के टॉप-5 कैच में शामिल।
इंग्लिस-प्रभसिमरन का प्रतिरोध:
•जोश इंग्लिस ने 39 रन (23 गेंद) में 4 छक्के जड़े, खासकर पुल शॉट पर 33 रन बनाए।
•लेकिन क्रुणाल पांड्या (4-0-17-2) ने गेम बदल दिया:
8.3 ओवर: प्रभसिमरन को स्लो बॉल से फंसाया, कैच आउट।
12.6 ओवर: इंग्लिस को लॉन्ग-ऑन में कैच कराया।
मिडल ऑर्डर पतन:
•कप्तान श्रेयस अय्यर सिर्फ 1 रन बनाकर रोमारियो शेफर्ड के सामने कैच आउट हुए—2023 विश्व कप फाइनल की याद दिला दी ।
•नेहल वढेरा (15) और मार्कस स्टोइनिस (6) भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी के शिकार हुए। 16.4 ओवर तक PBKS का स्कोर 142/6 हो गया।
शशांक सिंह: वन-मैन आर्मी जो हीरो बनने से चूक गया
•61 रन, 30 गेंद, 3 चौके, 6 छक्के—यह आईपीएल फाइनल इतिहास में दूसरा सबसे तेज़ अर्धशतक था।
•19वें ओवर में भुवनेश्वर पर छक्का-चौका लगाकर पंजाब को उम्मीद दिलाई।
•आखिरी ओवर में हेजलवुड के सामने पहली दो गेंदों पर डॉट बॉल ने मैच का रुख मोड़ दिया। शशांक ने अगली चार गेंदों पर 22 रन बनाए, लेकिन 29 रन का लक्ष्य असंभव था।
क्रिकेट विरोधाभास:
शशांक का स्ट्राइक रेट 203.33 था, लेकिन PBKS टीम का सामूहिक स्ट्राइक रेट सिर्फ 140 रहा—यही अंतर जीत और हार के बीच की खाई थी।
भावनात्मक पल: कोहली का रोना, AB डी विलियर्स का गले लगना और वह ट्रॉफी
•जीत के बाद विराट कोहली जमीन पर घुटने टेककर रो पड़े। एबी डी विलियर्स मैदान में दौड़कर आए और उन्हें गले लगाया—2016 के फाइनल में हार के बाद दोनों का रोना इतिहास बन गया था, आज वह जीत के आँसू थे।
•कप्तान रजत पाटीदार: "हम बस एक और मैच की तरह खेलना चाहते थे। विराट भाई ने हमें दबाव मुक्त रहना सिखाया।
कोहली ने ट्रॉफी उठाने के बाद कहा: "18 साल... यह संख्या मेरी जर्सी पर है। यह भाग्य से ज्यादा नियति थी!"
आंकड़ों का जादू: क्यों जीती RCB?
1.गेंदबाजों की क्लास:
•क्रुणाल पांड्या: इकोनॉमी 4.25, डॉट बॉल प्रतिशत 40%।
•हेजलवुड: PBKS के खिलाफ सीजन में 6 विकेट, श्रेयस अय्यर को 22 गेंदों में सिर्फ 11 रन देकर 4 बार आउट किया 17।
2.PBKS पर दबाव:
•ओवर 7-16 के बीच RCB ने सिर्फ 84 रन दिए और 3 विकेट झटके।
•टीम ने 39% डॉट बॉल डालकर बैटर्स को फंसाया 7।
3.अहमदाबाद पिच का फैक्टर:
•इस सीजन में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने यहां 6 में से 6 मैच जीते थे। RCB ने इस ट्रेंड को तोड़ा।
ऐतिहासिक संदर्भ: क्यों खास है यह जीत?
1."होली ट्रिनिटी" का अंत: आईपीएल की तीन टीमें—RCB, PBKS और दिल्ली कैपिटल्स—कभी चैंपियन नहीं बन पाई थीं। आज RCB इस क्लब से बाहर निकल गई ।
2.कोहली का 2025: टी20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद यह उनकी "गोल्डन ईयर" की पूर्णता थी ।
3.महिला-पुरुष डबल: RCB महिला टीम ने 2024 में WPL जीता था, अब पुरुष टीम ने इसे पूरा किया—फ्रैंचाइजी इतिहास में पहला डबल।
निष्कर्ष: एक कहानी जो क्रिकेट से बड़ी है
यह सिर्फ एक टूर्नामेंट जीतने की कहानी नहीं है। यह उन लाखों फैंस के सपनों का सच होना है जो 2008 से "Ee Sala Cup Namde" (यह साल कप हमारा है) का नारा लगाते आए थे। पंजाब किंग्स के लिए यह एक और हार है, लेकिन शशांक सिंह के हौसले ने उन्हें भविष्य का चैंपियन बनने का विश्वास दिलाया। जैसा कि आईपीएल कमेंटेटर ने कहा: "RCB ने साबित किया कि क्रिकेट में आंकड़े नहीं, जुनून जीतता है!"
फैन्स का संदेश: बेंगलुरु के एक फैन ने मैच ब्लॉग पर लिखा: "मैं 40 साल का हूँ, आज पहली बार पापा को रोते देखा... धन्यवाद RCB!"
आपकी राय? क्या RCB का यह जीत आईपीएल इतिहास की सबसे भावुक घटना है? कमेंट में बताएं!
आउटबाउंड लिंक्स:
1.आईपीएल 2025 ऑफिशियल साइट — सीजन की पूरी प्वाइंट टेबल और रिकॉर्ड देखें।
2.क्रिकेट विश्लेषण टूल — शशांक सिंह और कोहली के मैच-विज़ स्टैट्स।
3.फाइनल टिकट बुकिंग — अगले सीज़न के लिए अलर्ट सेट करें।
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