तेल अवीव पर बरसीं ईरान की मिसाइलें: जानिए पूरी सच्चाई और युद्ध का असर

   

 तेल अवीव मिसाइल हमला: ईरान-इजराइल युद्ध का विश्लेषण  
तेल अवीव पर ईरानी मिसाइल हमले की पूरी कहानी। शहर का हाल, नुकसान, सच्चाई और युद्ध के आगे बढ़ने की जान परिचय: एक शहर की रात आग बनकर बरसी:
Iran vs israel war


14 जून 2025 की रात, तेल अवीव के निवासी सिर्फ एक और शांत शनिवार की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन आधी रात के आसपास, हवा में सायरन की आवाज़ गूंजी। ईरान ने इजराइल पर 150 से ज़्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें** दागीं थीं। इनमें से करीब 10 मिसाइलें इजराइल के आयरन डोम डिफेंस सिस्टम को भेदकर रामत गान, रिशोन लेज़ियन और तेल अवीव के केन्द्रीय इलाकों में गिरीं । ये हमला ईरान की तरफ से इजराइल द्वारा ईरानी परमाणु साइटों और सैन्य ठिकानों पर किए गए हमले का जवाब था, जिसमें ईरान के 100 से ज़्यादा लोग मारे गए**, जिनमें सीनियर मिलिट्री कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक शामिल थे ।  


तेल अवीव हमले की कहानी: ज़मीनी हकीकत  

 1.तबाही के नज़ारे
-रामत गान का आवासीय इलाका: एक मिसाइल ने यहाँ 14 मंजिला अपार्टमेंट बिल्डिंग को पूरी तरह ढहा दिया। कंक्रीट के ढेर में बची एक कैबिनेट अजीब नज़ारा पेश कर रही थी। बचाव दल मलबे में जिंदा बचे लोगों को ढूँढ रहे थे। स्थानीय निवासी स्वेता (37) ने बताया कि उनकी 4 साल की बेटी सड़क पर सो गई क्योंकि उनका घर तबाह हो चुका था। उन्होंने कहा, "मैं सरकार के फैसले का पूरा समर्थन करती हूँ... ईरान के पास परमाणु बम आया तो ये तबाही कुछ नहीं होगी"* ।  
- रिशोन लेज़ियन का मकान: यानिव निम्नी का घर मिसाइल से ध्वस्त हो गया। छत और सारी खिड़कियाँ उड़ गईं। उन्होंने कहा, "ये सिर्फ पैसे का नुकसान है... परिवार सुरक्षित है, बस यही मायने रखता है" ।  

फैक्ट चेक: ईरान ने दावा किया था कि उसकी मिसाइलें सिर्फ सैन्य ठिकानों पर गिरीं, लेकिन ज़मीनी रिपोर्ट्स और तस्वीरें बताती हैं कि आवासीय इमारतें, कारों और ब्यूटी सैलून भी निशाने पर आए ।  

 2.मानवीय कीमत  
इस हमले में कम से कम 3 इजराइलियों की मौत हुई और 70 से ज़्यादा घायल हुए । मृतकों में रामत गान की एक महिला भी शामिल थी, जो सुरक्षित शेल्टर में नहीं पहुँच सकी थी । इमरजेंसी सर्विसेज ने रिशोन लेज़ियन में एक बच्ची को मलबे से जिंदा निकाला ।  

 3.आयरन डोम की सीमाएँ 
इजराइल का मिसाइल डिफेंस सिस्टम 90% मिसाइलों को रोकने में कामयाब रहा, लेकिन ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों की संख्या और स्पीड का इस्तेमाल करके इसकी क्षमता को चुनौती दी । अमेरिका ने पैट्रियट मिसाइल सिस्टम के साथ इजराइल की मदद की, जिससे रक्षा प्रणाली मज़बूत हुई ।  

 हमले के पीछे का युद्ध: क्यों भिड़े ईरान और इजराइल?  
- इजराइल का पहला हमला (13 जून): इजराइली वायु सेना ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान में 200 से ज़्यादा टार्गेट्स पर हमले किए। इनमें नतान्ज़ और इस्फ़हान के परमाणु साइट्स, साथ ही IRGC के कमांडर हुसैन सलामी और परमाणु वैज्ञानिक अली बकाएई करीमी शामिल थे । इजराइल का दावा था कि ईरान परमाणु बम बनाने के करीब पहुँच चुका है।  
- ईरान का जवाब: सुप्रीम लीडर अयातुल्ला ख़ामेनेई ने कहा, "इजराइल को सज़ा मिलेगी... हम उन्हें बख्शेंगे नहीं" । उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने इजराइल की मदद की तो उनके खाड़ी देशों में सैन्य अड्डों पर हमला होगा ।  

फैक्ट चेक: सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों की सच्चाई  



 1.RevengeGaza: क्या हमास का हाथ था? 
हमास ने हमले के दौरान निर ओज़ (दक्षिणी इजराइल) पर 2 रॉकेट दागे, जो खुले इलाके में गिरे। लेकिन तेल अवीव पर हमला **सीधे ईरान की सेना ने किया था, हमास नहीं ।  

 2.#Iran: "तेल अवीव को ज़मींदोज़ कर दिया"?
ईरानी स्टेट मीडिया ने दावा किया कि उनकी मिसाइलों ने तेल अवीव को "तबाह" कर दिया। लेकिन ज़मीनी सच्चाई यह है कि 9 इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हुईं, जबकि कई अन्य क्षतिग्रस्त हुईं। शहर के अधिकांश हिस्से सामान्य थे ।  

 3.परमाणु विकिरण का खतरा?
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने स्पष्ट किया कि इजराइली हमलों के बाद भी lईरान के परमाणु साइट्स से रेडिएशन लीक नहीं हुआ । फोर्डो साइट (जमीन के अंदर बनी) को नुकसान भी नगण्य बताया गया ।  

युद्ध का भविष्य: क्या और बढ़ेगी आग?  
- इजराइल की धमकी: प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने वीडियो संदेश में कहा, "जल्द ही आप तेहरान की आसमान में इजराइली फाइटर जेट देखेंगे... हम अयातुल्ला के हर निशाने को तबाह कर देंगे"। रक्षा मंत्री कात्ज़ ने चेतावनी दी कि अगर ईरान ने मिसाइल दागना जारी रखा तो "तेहरान जलकर राख हो जाएगा" ।  
- ईरान की तैयारी: ईरान ने हॉर्मुज़ की खाड़ी बंद करने की सम्भावना जताई है, जहाँ से दुनिया की 20% तेल सप्लाई गुजरती है । उसने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता रद्द कर दी है ।  
- अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:  
  - अमेरिका**: डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को "डील करने का आखिरी मौका" दिया ।  
  - चीन: UN में इजराइल की कार्रवाई की निंदा की ।  
  - पोप लियो XIV: "शांति के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है" ।

 तेल अवीव आज: जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है  
15 जून को तेल अवीव की सड़कें सुनसान हैं। लोग शेल्टर के पास ही रुके हैं । क्योंकि नई मिसाइल हमले का डर बना हुआ है । शहर के कई हिस्सों में मलबा हटाने का काम चल रहा है। सरकार ने प्रभावित परिवारों को कैंप बेड और स्कूलों में रहने की व्यवस्था की है ।  

मनोवैज्ञानिक प्रभाव: तेल अवीव की रहने वाली ओर्ली (27) ने कहा, "मैं कई युद्ध देख चुकी हूँ... लेकिन इस बार का हमला कुछ अलग था। आप महसूस कर सकते थे कि यह जानलेवा है" ।  

 निष्कर्ष: शांति की उम्मीद अभी धुँधली  
तेल अवीव पर हमला सिर्फ एक शहर की त्रासदी नहीं है। ये मध्य पूर्व के नए युद्ध की शुरुआत है, जहाँ दोनों देश पहली बार सीधे एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं । ओमान में होने वाली परमाणु वार्ता रद्द हो चुकी है, और दोनों तरफ़ से "ज्यादा बड़े हमले"की धमकी आ रही है। जैसा कि रामत गान के निवासी एलिया डिग्मा (18) ने कहा, "हम वो सब करने को तैयार हैं जो चैन ला सके... बाइबल कहती है: जो तुम्हें मारने आए, उसे पहले मार डालो"  

इस संघर्ष में असली कीमत आम लोग चुका रहे हैं—चाहे वो तेल अवीव का वो परिवार हो जिसने घर खो दिया, या तेहरान का वो बच्चा जो मिसाइल हमले में मारा गया। अब सवाल यही है कि क्या दुनिया के नेता इस आग को रोक पाएँगे, या फिर ये पूरे क्षेत्र में फैल जाएगी?  


 सूचना के स्रोत:  
- [International Atomic Energy Agency (IAEA) on Iran's Nuclear Sites](https://www.iaea.org/)  
- [Israel Defense Forces Official Updates](https://www.idf.il/en/)  
- [Red Cross: Humanitarian Aid in Conflict Zones](https://www.icrc.org/en)  

ध्यान दें: यह रिपोर्ट 14जून 2025 तक की घटनाओं पर आधारित है। नई जानकारी आने पर अपडेट किया जाएगा।
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